बजट सत्र: सीएम और नेता प्रतिपक्ष में तीखी नोकझोंक, कहा- भाषा सुधारें और वीरभद्र से कुछ सीखें

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री में पहले ही सवाल पर सदन में तीखी नोकझोंक हो गई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुकेश अग्निहोत्री को भाषा सुधारने और बगल में बैठे पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह से कुछ सीखने की सलाह दी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम किसी से नहीं डरते। वहीं कर्मचारियों को सेवा विस्तार देने का प्रश्न पूछकर भाजपा विधायक रमेश ध्वाला ने अपनी ही सरकार को घेर लिया।


प्रश्नकाल में सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से तबादलों पर जानकारी मांगी। सीएम ने बताया कि दो साल में 53,680 तबादले हुए हैं। इनमें दस हजार तबादले कांग्रेस सरकार के दौरान हुए। सीएम के जानकारी देते ही विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया।

कांग्रेस विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर लिया। हालांकि कांग्रेस विधायक सदन से बाहर नहीं गए और कुछ ही सेकेंड में गैलरी से वापस आ गए। इसके बाद स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। विपक्ष ने स्पीकर के चुनाव के लिए अपना कोई उम्मीवार नहीं दिया।

12 बजकर 10 मिनट पर विपिन परमार ने विधानसभा स्पीकर की कुर्सी संभाली। सीएम जयराम और नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने स्पीकर की अगवानी की। सीएम जयराम ने मुकेश अग्निहोत्री की ओर इशारा कर मुस्कराते हुए कहा- इनका ख्याल रखना। इस पर सदन में खूब ठहाके लगे।

सीएम ने कहा कि उन्होंने विद्यार्थी परिषद में परमार के साथ काम किया है। 1998 में हम साथ-साथ विद्यार्थी परिषद में आए थे। सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री रहे विपिन सिंह परमार के कार्यों की सराहाना भी की। सीएम ने विपक्ष की ओर इशारा कर कहा- हमारा ख्याल कम भी रखेंगे तो कोई बात नहीं, इनका ख्याल रखें।